Friday, May 20, 2016

यूपी : मुआवजों में भेदभाव की अखिलेश नीति : साधन-संपन्न रसूखदारों को बांटो - गरीब पीड़ितों को डांटो




राज्यपाल,डीएम लखनऊ के आश्वासन के बाद भी मृत आरटीआई कार्यकर्ता के परिवार को नहीं मिला मुआवजा : लखनऊ आकर आज से अनशन करेगा बहराइच का पीड़ित परिवार




लखनऊ/20-05-16 प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में पैठ रखने वाले बहराइच जिले के महसी ब्लॉक के हरदीगौरा गांव के  प्रधान त्रिलोकी नाथ को गुरु प्रसाद शुक्ला द्वारा आरटीआई का प्रयोग कर गांव में कराए गए विकास कार्यों से सम्बंधित भ्रष्टाचार उजागर कर प्रधान के खिलाफ कार्यवाही कराने को तत्पर होना इतना नागवार लगा कि उसने बीते 13 जून 2015 को अपने साथियों के साथ मिलकर गुरु प्रसाद शुक्ला की लाठी,डंडों,बांके और ईंटों से मार मार कर हत्या कर दी । मृत्यु से पूर्व गुरु प्रसाद ग्राम प्रधान की अनियमितताओं के खिलाफ तीन माह तक धरने पर भी बैठे थे जिसके बाद प्रधान की खामियों की जांच शुरू हो गई थी। गुरु प्रसाद ने त्रिलोकी नाथ से पहले के प्रधान के द्वारा किये घोटाले को भी उजागर करके उसके द्वारा गबन किये रुपये की रिकवरी कराई थी और अपने प्रयासों से उसको जेल भिजवाया था । गुरु प्रसाद के परिवार का आरोप है कि स्थानीय पुलिस भी हत्या की साजिश में शामिल थी।


हत्या से कुछ दिन पूर्व ही 18 अप्रैल 2015 को लखनऊ की सामाजिक संस्था येश्वर्याज सेवा संस्थान द्वारा आयोजित राष्ट्रीय आरटीआई सेमिनार में गुरु प्रसाद को उनके सामाजिक योगदानों के लिए ही 'विष्णुदत्त मिश्रा मेमोरियल आरटीआई रत्न सम्मान 2015' से सम्मानित किया गया था।

भूमिहीन मजदूर गुरु प्रसाद की हत्या के बाद आर्थिक हालात खराब होने और गाँव के दबंगों से जान-माल की असुरक्षा के चलते पीड़ित परिवार ने ने बीते साल अगस्त माह में बहराइच के जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी मांगों के सम्बन्ध में अनशन किया था किन्तु जब बहराइच के जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद भी उनकी कोई भी मांग पूरी नहीं हुई तब निराश होकर वे 12 अक्टूबर 2015 से न्याय की आस लेकर लखनऊ में जी.पी.ओ. के पास महात्मा गांधी पार्क में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे आरटीआई कार्यकर्त्ता के इस धरने को येश्वर्याज सेवा संस्थान के साथ-साथ दर्जनों सामाजिक संगठनों ने अपना समर्थन दिया था   

                 

बीते साल 26 अक्टूबर को लखनऊ के जिलाधिकारी द्वारा पीड़ित परिवार से वार्ता करके उनकी मांगे पूरी कराने का आश्वासं देने के बाद यह धरना स्थगित कर दिया गया था   बाद में येश्वर्याज सेवा संस्थान के आग्रह पर यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने भी पीड़ित परिवार से भेंट कर मांगे पूरी कराने का आश्वासं दिया था तथा किन्तु अब तक मांगे पूरी न होने के चलते व्यथित पीड़ित परिवार आज से लखनऊ के जी.पी.ओ. के पास महात्मा गांधी पार्क में अपने स्थगित धरने को फिर से शुरू करने को मजबूर हो गया है 
 
 
 
समाजसेविका उर्वशी शर्मा ने सूबे की अखिलेश सरकार पर मुआवजों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में राज्यपाल और लखनऊ के जिलाधिकारी के आश्वासानों का भी कोई मूल्य न होना सिद्ध होने से स्पष्ट है कि अखिलेश प्रशासन मानवीय मूल्यों के सन्दर्भ में पूर्णतया संवेदनहीन है  उर्वशी ने अखिलेश द्वारा साधन-संपन्न रसूखदारों पर मुआवजा लुटाने और गरीब पीड़ितों को मुआवजा न देने वाला मतलबपरस्त संवेदनहीन मुख्यमंत्री बताते हुए अखिलेश सरकार की मुआवजा नीति को कटघरे में खड़ा किया है 
 
 
 
 
 
पीड़ित परिवार की 10 मांगें निम्नवत हैं   : 
 
1-          सामाजिक कार्यकर्ता स्व० गुरु प्रसाद भूमिहीन मजदूर और पीड़ित परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे l उनकी मृत्यु के बाद जान-माल के खतरे की बजह से पीड़ित  परिवारीजनों को गाँव में रातों में जागकर पहरा देना पड़ता है और इसीलिये ये  लोग दिन में कोई नियमित रोज़गार नहीं कर पा रहे है और इस कारण उनका परिवार धीरे-धीरे भुखमरी के कगार पर आ गया है अतः इन  परिवारीजनों को 25 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए, किसी भी सरकारी योजना का 1  आवास दिया जाए और परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए l
2-     सभी परिवारीजनों और हत्याकांड के सभी गवाहों को सुरक्षा प्रदान की जाए। 
3-     स्व० गुरुप्रसाद की हत्या की एफ. आई. आर.में इन परिवार वालों को पीटे जाने की धाराएं जोड़ी जाएँ l 
4-     स्व० गुरुप्रसाद की हत्या की एफ. आई. आर. के आरोपियों पर रासुका की धाराएं जोड़ी जाएँ l 
5-     स्व० गुरुप्रसाद के द्वरा उजागर की गयी वित्तीय अनियमित्ताओ और हत्या के प्रकरण की सीबीआई/सीबीसीआईडी जांच कराई जाए l
6-     स्व० गुरु प्रसाद द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में दायर सभी आरटीआई अपीलों की सूचनाओं को सूचना आयोग की वेबसाइट पर सार्वजनिक किया जाए l 
7-      स्व० गुरु प्रसाद द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में दायर सभी आरटीआई अपीलों पर उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के आयुक्तों द्वारा सूचना दिलाने में देरी के मामलों की जांच कराकर दोषी सूचना आयुक्तों को दण्डित किया जाए l 
8-     स्व० गुरु प्रसाद द्वारा की गयी शिकायतों का निपटारा  समयबद्ध रूप से किया जाए l 
9-     केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारियों द्वारा स्व० गुरु प्रसाद द्वारा की गयी शिकायतों के निपटारे में देरी करने के मामलों की जांच कराकर दोषी अधिकारियों को दण्डित किया जाए l 
10-   बहराइच जिले के ब्लाक महसी में विगत 2 वर्षों में कराये गए विकास कार्यों की जांच कराई जाए l
 
 

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